वैलेंटाइन डे ये प्यार के इज़हार का दिन है
ये इज़हार अगर शेर ओ शायरी में हो तो दिन और ख़ूबसूरत हो सकता है।
इसलिए आप भी अपने प्रेमी/प्रेमिका के लिए ये शायरी याद कर ले
आप पहलू में जो बैठें तो सँभल कर बैठें,
दिल-ए-बेताब को आदत है मचल जाने की
आपको मैंने निगाहों में बसा रखा है,
आईना छोड़िए, आईने में क्या रखा है
इश्क़ ने 'ग़ालिब' निकम्मा कर दिया,
वर्ना हम भी आदमी थे काम के
कोई समझे तो एक बात कहूँ,
इश्क़ तौफ़ीक़ है गुनाह नहीं
दिल पे आए हुए इल्ज़ाम से पहचानते हैं,
लोग अब मुझ को तेरे नाम से पहचानते हैं
होश वालों को ख़बर क्या बे-ख़ुदी क्या चीज़ है,
इश्क़ कीजे फिर समझिए ज़िंदगी क्या चीज़ है
वेलेंटाइन विक का सबसे ख़ास और अंतिम दिन है वेलेंटाइन डे। यह दिन प्रेमी जोड़ो के लिए बहुत ख़ास होता है इस दिन को प्यार करने वालो को समर्पित किया गया है
Click Here to know More